नई दिल्ली/पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सहयोगी राजद के नेता और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर मतभेद के चलते बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया, जिससे 2014 के लोकसभा चुनावों के बाद बना महागठबंधन टूट गया. नीतीश के इस्तीफे के बाद तेजी से बदले घटनाक्रम में बीजेपी ने नई सरकार बनाने के लिए जेडीयू को समर्थन देने का ऐलान किया. बीजेपी नेता सुशील मोदी ने कहा कि नई सरकार में बीजेपी शामिल होगी और नीतीश को समर्थन देने के अपने फैसले के बारे में गवर्नर को पत्र भेजा गया है. अब नीतीश कुमार गुरुवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा कल पटना जाएंगे.
बिहार में नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने सुशील मोदी से बात की. सुशील मोदी ने अपने घर 1-पोलो रोड पर बीजेपी विधायकों की आपात बैठक बुलाई. इस बैठक के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने कहा था कि हम राज्य में मध्यावधि चुनाव के पक्ष में नहीं हैं. हम चाहते हैं कि जो भी विधायक जीत कर आए हैं, वे पांच साल का कार्यकाल पूरा करें. अब बिहार बीजेपी अध्यक्ष नित्यानंद राय, विधानसभा में नेता विपक्ष प्रेम कुमार और सुशील मोदी पार्टी विधायकों की एक समिति गठित की गई है, जो विधायकों की राय और पार्टी की राय से केंद्रीय नेतृत्व को अवगत कराएगी.
दरअसल, तेजस्वी के खिलाफ लगे आरोपों को लेकर सत्तारूढ़ महागठबंधन के घटक दल जदयू और राजद के बीच काफी समय से गतिरोध चल रहा था.
इससे पूर्व नीतीश कुमार ने राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी को इस्तीफा सौंपने के बाद राजभवन के बाहर मीडिया से कहा कि ‘बिहार में जो माहौल था उसमें महागठबंधन की सरकार चलाना मुश्किल हो गया था’. उन्होंने नई सरकार बनाने के लिए भाजपा का समर्थन लेने की बात से भी इंकार नहीं किया था.
वहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में शामिल होने के लिए’ नीतीश की प्रशंसा करते हुए कहा था कि पूरा देश उनकी ईमानदारी का समर्थन करता है’.