भीम आर्मी के सदस्यों पर हो रही कार्रवाई के विरोध में सैकड़ों महिलाओं ने हिन्दू धर्म छोड़कर बौद्ध धर्म अपनाने का ऐलान कर दिया है। महिलाओं ने जुलूस निकालकर रजवाहे में धार्मिक चित्र विसर्जित किए। इससे पहले महिलाओं ने भीम आर्मी संस्थापक चंद्रशेखर व अन्य युवकों की रिहाई की मांग करते हुए तहसील में जमकर हंगामा करते हुए प्रदर्शन किया और दिल्ली रोड पर जुलूस निकाला।
शुक्रवार दोपहर करीब 12 बजे सैकड़ों महिलाएं तहसील मुख्यालय के पीछे के रास्ते से एसडीएम कार्यालय पर पहुंचीं। एसडीएम कार्यालय का घेराव करते हुए महिलाओं ने जमकर नारेबाजी और प्रदर्शन किया। प्रदर्शन की सूचना मिलते ही एसडीएम राकेश कुमार गुप्ता, सीओ अब्दुल कादिर फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गये। महिलाओं ने भीम आर्मी के खिलाफ हो रही पुलिस कार्रवाई पर रोष व्यक्त किया। महिलाओं का कहना है कि निर्दोष युवकों को जेल भेजा जा रहा है। पुलिस फर्जी तरीके से मुकदमों में नामजद कराए युवकों के घरों में दबिश दे रही है। भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर और भीम शक्ति संगठन के संस्थापक सचिन बाबरे को झूठे मुकदमो में फंसाकर जेल मे बंद कर दिया गया है। पुलिस व प्रशासन एक वर्ग का उत्पीड़न कर रहा है।
महिलाओं का कहना है कि सहारनपुर में आरएसएस के कार्यक्रम कराए जा रहे हैं और उनकी बैठकों पर भी रोक लगा दी गई है। महिलाओं ने चंद्रशेखर व अन्य युवकों की रिहाई की मांग करते हुए राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन दिया। इसके बाद महिलाओं ने तहसील मुख्यालयों से लेकर दिल्ली रोड स्थित शहरी पुल तक जुलूस निकाला। सैकड़ों महिलाएं हाथों में नारे लिखी तख्तियां लेकर दिल्ली रोड से होते हुए शहरीपुल पर पहुंचीं जहां उन्होंने रजवाहे में धार्मिक चित्रों को विसर्जित किया और हिन्दू धर्म छोड़कर बौद्ध धर्म अपनाने का ऐलान किया। इसके बाद पुलिस द्वारा सभी महिलाओं को बड़ी मुश्किल से समझा बुझाकर लौटाया गया।