साहब की नजर में रिक्शे बाला रईस, कट गया राशन कार्ड।

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IMG 20180113 122355न्यूरिया:-जिलापूर्ति बिभाग की लापरबाही जनबरी माह में जारी हुई न्यूरिया नगर के लिए राशन बितरण सूची में उस बक्त सामने आई जब पात्र गृहस्थी राशन कार्ड का एक लाभार्थी राशन लेने सम्बंधित कोटेदार के पास पहुचा तो उसे पता चला उसका नाम पात्र गृहस्थी राशन कार्ड सूची से इसलिए हटा दिया गया है बह बिभाग की सर्वे में अपात्र साबित हुआ है इनके अलाबा दर्जनों गरीब पात्र गृहस्थी राशन कार्ड धारको के पैरो तले जमीन उस बक्त खिसक गई जब उन्हें पता चला उनके राशन कार्ड भी काटे जा चुके है इनमे कई ऐसे राशन कार्ड धारक थे जो कोटे से मिलने बाले राशन पर ही निर्भर थे ऐसे कई लोग हिन्दुस्तान की पड़ताल में सामने आये जो बेहद गरीब और झोपड़ पट्टी में रहे रहे है और उनको पात्र गृहस्थी राशन कार्ड से बंचित कर दिया गया उन्ही में से एक मामला मोहल्ला ठाकुरद्वारा नई बस्ती अंसार नगर में सामने आया यहां के रहने बाले एक रिक्शाचालक शब्बीर का पत्नी रेहाना के नाम बना पात्र गृहस्थी राशन कार्ड को सर्वे में अपात्र बताकर सूची से निरस्त कर दिया गया जबकि शब्बीर रिक्सा चलाते है और सर ढकने के लिए सरकारी योजना से बने एक छोटे से मकान में पत्नी रेहाना और पांच लड़कियो के अलाबा एक छोटे बच्चे के साथ रहते है और रिक्सा चलकर अपने परिबार का पालन पोषण करते है हिन्दुस्तान से हुई बातचीत में शब्बीर ने बताया बह सुबह घर से मजदूरी के लिए रिक्सा लेकर टनकपुर हाईबे पर स्थित पिट्रोल पम्प के पास सबारी के इन्तेजार में खड़ा था पास के होटल पर हिन्दुस्तान अख़बार में छपी खबर जिसमे जिलापूर्ति बिभाग का बयान छपा था सर्वे में किसी भी पात्र का राशन कार्ड नही कटा है जो भी कार्ड काटे गए है बह अपात्र थे यह सुन उसका दिल भर आया और बोला चलो साहब की नजर में रिक्शे बाला रईस है।IMG 20180113 WA0194
दूसरा मामला इसी मोहल्ले के रहने बाले महमूद खा के घर पहुचकर सामने आया हिन्दुस्तान की पड़ताल में महमूद खाँ बेहद गरीब निकला महमूद खां एक खपरैल पोस मकान में पत्नी परबीन के अलाबा 6 लड़कियों के साथ रहते है इनको भी खाध सुरक्षा के तहत पात्र गृहस्थी राशन कार्ड मिला था जो इनकी पत्नी के नाम से जारी हुआ था यह पात्र गृहस्थी राशन कार्ड जनबरी माह में जारी हुई राशन बितरण सूची से यह कह कर हटा दिया गया की यह अपात्र है जबकि महमूद मजदूरी का काम करते है और अक्स बीमार रहने के कारण लगातार मजदूरी नही कर सकते उनकी 6 लड़की है जो घर को चलाने के लिए कड़ाई का काम करती है और परिबार का खर्च उठाती इनके अलाबा दर्जनों और नाम है जिनको पात्र गृहस्थी राशन बितरण सूची से हटा दिया गया है तो दूसरी तरफ कई ऐसे पात्र राशन कार्ड पात्रता सूची में सामिल है जिनके पास चार पहिया बाहन के अलाबा बड़े बड़े मकान है और जमीनें भी है यह सब जिलापूर्ति बिभाग की लापरबाही को साफ साफ दर्साता है दफ्तर बैठे बैठे खानापूरी की गई हो लेकिन निबाला तो गरीब का ही छीना।