पीलीभीत/न्यूरिया:-चुनाब आयोग चाहे जितनी भी कोशिश करें मतदान का प्रतिसत बढ़ाने के लिए लेकिन कही ना कही प्रसासनिक कर्मियों की लापरवाही सामने आ ही जाती है जिसकी वानगी मंगलबार को हुए पीलीभीत-बहेड़ी लोकसभा चुनाव 2019 में मतदान के दौरान नगर पंचायत न्यूरिया में देखने को मिली यहां दर्जनों परिवार ऐसे मिले जिनके बोट ही गायब थे जबकि उन्होंने देड़ वर्ष पहले हुए बिधानसभा में मतदान किया था यह सब प्रसासन की कमी का ही नतीजा है।जिलाधिकारी लगातार लोकसभा चुनाब में अधिक से अधिक मतदान की अपील करते रहे साथ ही घर घर पहुच कर 18 वर्ष से अधिक के पुरुष व महिला के वोट बनवाने की जिम्मेदारी संबधित क्षेत्र के बीएलओ को दी गई थी उसके बाद भी मतदाता सूची में दर्जनों नाम सूची से हटा दिए गए जिसका बीएलओ जबाब नही दे सकी।मोहल्ला ठाकुरद्वारा नई बस्ती पेट्रोल पम्प के पास रहने वाले मो उमर का नाम बोटर लिस्ट में शामिल है लेकिन उसे बिलोपन सूची में डाल दिया गया जिसके चलते वह मतदान करने से बंचित रहे गए।मोहल्ला खव्वापुर के रहने बालो मो जफर पुत्र महबूब हुसैन ने बताया उसने बिगत दिनों हुए बिधान सभा चुनाब के दौरान परिबार समेत वोट डाला था इस बार उन्हें केबल एक बोटर पर्ची पुत्र सजर की मिली है वाकी चार बोट बोटर लिस्ट से गायब है इसी तरह शफीक अहमद, मो सलीम, मैना, यासीन जहां, मुख्तियार अहमद, शायरा बानो, बंटी गुप्ता, अनीस अहमद, सुरेश कुमार, नजीर अहमद, शुक्कू ,सज्जाद अहमद,असलम समेत ऐसे दर्जनों परिबार जिनके परिबार से एक दो या सभी के सभी बोट मतदाता सूची से गायब थे।