रमजान का चाँद दिखाई दिया, पाक मुक़ददस महीने का पहला रोजा कल।

0
112

पीलीभीत।सोमवार को रमजान का चाँद दिख गया है चाँद दिखने के वाद माहे रमजान का महीना कल से शुरू हो रहा है, यह महीना मुसलमानों के लिए बेहद खास माना जाता है, पूरे महीने मुसलमान रोजा रखते हैं। पांच बक्त होने बाली नमाज के साथ साथ रात मे इशां की नमाज के वाद तराबी की नमाज अदा की जाती है जिसके चलते मस्जिदों मे नमाजियो की संख्या बढ़ जाती है।इवादत के साथ माहे रमजान के मौके पर महिलाएं अलग अलग किस्म के लज्जीज पकवान तैयार करने मे सुबह से मशगुल हो जाती है और शाम होते होते इफ्तारी के समय इन्ही पकबानो से दस्तरखान सज जाते है, बाजारों मे अलग अलग किस्म की खजूर, फल एवं, ब्रेड पकोडे, समोसे, पापड़, ड्राई फ्रूट्स से ठेलो से लेकर दुकाने सज जाती है। ईद पर सेवई और खजरे की डिमांड ज्यादा होती है. रमजान का महीना सुरु होते ही शहर व कस्बे देहातो के चौक चौराहों पर खजरे व सेवइयों की दुकान सजने लगती है। एक माह के रोजे में रोजेदार दिन भर भूखे-प्यासे रहने के बाद मगरिब की अजान सुरु होते ही इफ्तार के समय लजीज व्यंजनों का लुत्फ उठाते हैं। इसके पहले भोर सुबह में सेहरी खाकर रोजा सुरु होता है।पाक महीने में रोजेदारों के गुनाह माफ होते हैं और अल्लाह-त-आला जहन्नुम की आग से बचाते हैं। रोजा सिर्फ भूखे रहने का नाम नहीं है। ये तो खुदा की इबादत का नाम है। रोजा फर्ज है और हम सबको फर्ज अदा करना चाहिए। पैगंबर मोहम्मद साहब ने फरमाया है कि अल्लाह का इरशाद है कि रोजेदार खास मेरे लिए है और इसका बदला मैं खुद दूंगा।रमजान के इस पाक महीने मे मुसलमान फितरा जकात बढ़ चढ़कर निकालते है।