न्यूरिया:-यूपी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सत्ता सभालने के बाद 1 लाख रुपये तक का कृषक ऋण माफी की घोषणा के बाद बैंको में चल रहे बकाया ऋण जमा करने बाले ग्रहाको ने अपने हाथ खींच लिए जिसके चलते बैंक के अधिकतर खातो की ऋण बसूली पर रोक लग गई जिसके कारण दो करोड़ से ऊपर के खाते ऋण जमा न कर पाने के कारण एनपीए हो चुके हैं जबकि ऋण माफ़ी की घोषणा के तीन माह बाद भी लोन माफ़ी की प्रकिर्या पूरी नही सकी हैं.
जिसका सीधा असर बैंको पर पड़ा जो किसान ऋण माफ़ी के दायरे में आ रहे है बह अपने बकाया ऋण का नवीनीकरण कराने की हिम्मत नही जुटा पा रहे हैं उनका कहना है अगर हमने बकाया लोन जमा कर दिया तो उस दशा में लोन माफ़ी की योजना से बह बंचित रहे जायेंगे जिसके चलते बैंक का बकाया ऋण जमा नही हो पा रहा है जिसमे तेजी लाने के लिये शनिबार सुबह बैंक के बाहर ऋण बितरण एवं बसूली शिबिर लगाया गया शिबिर फिल्ड अधिकारी हरकेश कुमार के नेतृत्व में चला जिसमे 10 किसानों ने बकाया ऋण जमा कर अपने खातो का नवीनीकरण कराया तो दूसरी तरफ बैंक ने दो नए किसानों को लोन देकर अपना ग्राहक बनाया इस दौरान भाजपा नेता निजाकत हुसैन ने बैंक फील्ड अधिकारी से किसानों के ऋण माफ़ी के सम्बन्ध में बात की।