लखनऊ : मिस यूपी रह चुकीं 22 साल की अपूर्वा वर्मा इन दिनों जेल में हैं। 7 जून 2017 को सीएम योगी आदित्यनाथ को काला झंडा दिखाने वाले सपा कार्यकर्ताओं में अपूर्वा भी शामिल थीं। वह काला झंडा लेकर सीएम के गाड़ी के आगे आ गई थीं, जिसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया।
मालूम हो कि अपूर्वा के 2 भाई राहुल और आकाश हैं। मां मधु वर्मा सिंगल पैरेंट हैं। वह बताती हैं कि सिंगल पैरेंट होने के बावजूद मैंने तीनों बच्चों की परवरिश में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने बताया कि मैं सरकारी स्कूल में टीचर हूं। बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में कोई समझौता नहीं किया। साल 1995 में लखनऊ में जन्मी अपूर्वा की शुरुआती पढ़ाई भाऊराव देव रस, अलीगंज से हुई। केंद्रीय विद्यालय से इंटर करने के बाद उसने आईटी कॉलेज से ग्रेजुएशन किया। वर्तमान में वह लखनऊ यूनिवर्सिटी से मास्टर्स कर रही है।
👉अखिलेश यादव की फैन है अपूर्वा
बचपन से ही अपूर्वा को मॉडलिंग का शौक था। गरीब-असहायों को लेकर वो हमेशा भावुक हो जाती थी। राह चलते अगर कोई भूखा या गरीब मिल जाता था, तो उसे अपना लंच बॉक्स दे देती थी। जैसे-जैसे वो बड़ी हुई, उसके अंदर भावनाएं बढ़ती चली गई। इस दौरान अन्ना हजारे के प्रोटेस्ट ने उसे बहुत इंस्पायर किया और समाज की कुरीतियों के खिलाफ उसने आवाज उठानी शुरू कर दी। वह अखिलेश यादव की फैन है। अपूर्वा उनकी कार्यशैली से इतनी इंप्रेस हुई कि उसने सपा पार्टी ज्वाइन कर ली।
👉राजनीति में करियर बनाना चाहती है अपूर्वा
पिछले दिनों सहारनपुर में हुए दंगे को लेकर अपूर्वा ने अपने साथियों के साथ प्रोटेस्ट करते हुए सीएम योगी के सामने काले झंडे दिखाकर अपना विरोध जताया था। जिसके बाद हजरतगंज पुलिस ने बेटी को उसके साथियों समेत गिरफ्तार कर लिया। बेटी जनता के हक के लिए लड़ रही है। वहीं भाई राहुल ने बताया कि अपूर्वा को बचपन से ही मॉडलिंग का शौक था। घर पर ही वह अक्सर रैंपवॉक किया करती थी। कॉलेज के टाइम से फैशन शोज में पार्टिसिपेट करना शुरू कर दिया था। 2016 में उसने मिस यूपी का खिताब हासिल किया था। बहन को लिटरेचर पढऩे का शौक है, वो राजनीति में अपना करियर बनाना चाहती है।
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