राम की नगरी अयोध्या में योगी ने खोला पिटारा, दिए 350 करोड़।

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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को अयोध्या पहुचे इस दौरान उन्होंने धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इस शहर के लिए योगी ने 350 करोड़ रुपयों की योजनाओं की घोषणा कर राम की नगरी अयोध्या को बड़ा तोहफा दिया।पिछली सरकारों ने अयोध्या पर ध्यान नहीं दिया, यह कहते हुए योगी ने एक-एक करके कई योजनाओं की जानकारी दे दी। हालांकि, इस बार ‘राम जन्मभूमि’ का जिक्र करते हुए उनके तेवर थोड़े नरम दिखे। उन्होंने बातचीत से ही यह मुद्दा हल करने की बात कही

महंत नृत्य गोपाल दास के जन्मोत्सव के अवसर पर अयोध्या पहुंचे योगी कहा कि अयोध्या में रामलीला होनी ही चाहिए। अयोध्या से श्रीराम का नाम जुड़ा है। धर्म का मकसद लोक कल्याण है। धर्म को संकीर्ण दायरे में नहीं रख सकते। साथ ही उन्होंने कहा कि हरिद्वार और बनारस की गंगा आरती की तरह यहां सरयू आरती भी होनी चाहिए। गौरतलब है कि 2002 के बाद यह पहला मौका है जब प्रदेश के मुख्यमंत्री रामलला के दर्शन करने अयोध्या पहुंचे हैं। उन्होंने राम नवमी पर 24 घंटे बिजली देने की घोषणा की और कहा कि अब बिजली देने में कोई भेदभाव नहीं होगा। अयोध्या के विकास की योजनाओं का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देते हुए उन्होंने बताया कि राम-जानकी मार्ग का निर्माण जल्द होगा। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अयोध्या की साफ-सफाई पर भी काम किया जाएगा और पूरे शहर में एलईडी स्ट्रीट लाइट्स लगाई जाएंगी। इन सब योजनाओं के जरिये अयोध्या के विकास पर सरकार 350 करोड़ रुपये खर्च करने जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि मधुरा, प्रयागराज, विंध्यवासिनी धाम और नैमिषारण्य सहित धार्मिक महत्व के सभी क्षेत्रों के विकास के लिए योजनाएं बनाकर उन पर अमल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हर धर्म और संप्रदाय की आस्था के क्षेत्र का इसी तरह विकास किया जाएगा। इसके बाद राम मंदिर का जिक्र करते हुए योगी मुस्कुरा उठे और बोले, ‘मैं आप सबकी भावनाओं को जानता हूं कि आप क्या जानना चाहते हैं लेकिन मैं आप सबको आश्वस्त करता हूं कि राम जन्मभूमि विवाद का अगर हम बातचीत के माध्यम से कोई समाधान निकाल सकते हैं तो UP सरकार आपके साथ खड़ी रहेगी।IMG 20170601 033225
मुख्यमंत्री बनने से पहले हर मौके पर राम मंदिर निर्माण के मुद्दे पर आक्रामक तेवर दिखाने वाले योगी ने कहा कि हम हरसंभव माध्यम से समाधान निकालने का प्रयास करेंगे। इस मामले पर पहली बार संवाद का उचित अवसर आया है। माननीय उच्चतम न्यायालय ने भी सौहार्द की दृष्टि से अपील की है कि बातचीत के जरिये कुछ हल निकाला जाए। इस अपील को ध्यान में रखते हुए हमें नये सिरे से प्रयास करना चाहिए। योगी ने कहा, ‘आज यह विवाद सुलझाने का नया माहौल बना है। मुझे बहुत अच्छा लगा कि लखनऊ में कई मुस्लिम संगठनों ने अयोध्या में राम जन्मभूमि हिंदू समाज को सौंपने की वकालत की है लेकिन कुछ लोग नहीं चाहते की हम सब मिलकर रहें, क्योंकि अगर हम मिलकर रहे तो दुश्मनों को मौका नहीं मिलेगा। वे लोग देश का विकास नहीं चाहते इसलिए वे एकता की राह में बाधा डालने का प्रयास करेंगे। इसलिए मैं चाहूंगा कि हम आपसी सौहार्द से इस संपूर्ण विवाद का पटाक्षेप करें।
👉न्यूज बाई एनबीटी👈