इस ऑपरेशन को करने में लगभग 69 करोड़ का खर्च बताया गया था. प्रतीकात्मक फोटो: twitter
नई दिल्ली| दुनिया के पहले मानव सिर का प्रत्यारोपण सफल हो गया है. यह दावा एक विवादित वैज्ञानिक ने किया है. बताया जा रहा है कि यह ऑपरेशन 18 घंटों की मेहनत के बाद सफल हुआ है. ऑपरेशन के जरिए सिर को स्पाइन, नर्व और नसों से जोड़ने में सफलता मिली है..यह ऑपरेशन चीन के हरबिन मेडिकल यूनिवर्सिटी के डॉक्टर जियोपिंग रेन और उनकी टीम ने मिलकर किया. टीम में काम करने वाले एक इटैलियन प्रोफेसर सेरिगो कनावेरो जो कि एडवांस न्यूरोमोड्यूलेशन ग्रुप के डायरेक्टर भी हैं का कहना है कि वह इंसान ऐसे था जैसे किसी पैरालाइज्ड व्यक्ति की गर्दन झुकी हो..उन्होंने द टेलीग्राफ से बताया कि नसों की विद्युत उत्तेजना से पता चल रहा था कि ऑपरेशन सफल रहा और साबित हुआ कि दोनों लोग एक दूसरे से पूरी तरह से जुड़े हुए थे..यह है मामलादरअसल एक रूसी युवक वैलेरी मांसपेशियों से जुड़ी एक दुर्लभ अनुवांशिक बीमारी मस्कुलर डायस्ट्रोफी/वर्डनिग-हॉफमैन डिजीज से जूझ रहे थे. इसके बाद उन्होंने अपने सिर को अपनी इच्छा से डोनेट करने का निर्णय लिया, जिसके बाद डॉ. कैनवेरो ऑपरेशन करने को राज़ी हो गए..इस ऑपरेशन में बीमारी से जूझ रहे वैलेरी के सिर को धड़ से अलग कर दूसरे ब्रेनडेड शख्स के शरीर से जोड़ा गया. 31 वर्षीय रूसी कंप्यूटर वैज्ञानिक वैलेरी स्पिरिदोनोव दुनिया के ऐसे पहले शख्स बनने जा रहे हैं, जिनका सिर दूसरे व्यक्ति के शरीर पर लगाया जाएगा..काफी पहले बताया गया था कि इस पूरी जटिल प्रक्रिया के बाद करीबन चार हफ्तों के लिए मरीज को कोमा में रखा जाएगा. इस दौरान ये बात खासतौर पर ध्यान रखी जाएगी कि सिर और शरीर में किसी तरह का कोई मूवमेंट न हो. इस ऑपरेशन को करने में लगभग 69 करोड़ का खर्च बताया गया था..अगर ये ऑपरेशन सफल रहता है तो वैलेरी स्पिरिदोनोव पहली बार चल सकने में समर्थ होंगे. वहीं, मानव सिर का यह ट्रांसप्लांट सफल रहा तो मेडिकल साइंस में कई लाइलाज बीमारियों का इलाज संभव होगा. पहले बताया गया था कि इस ऑपरेशन से जुड़ी प्रक्रिया दिसंबर 2017 में शुरू हो सकती है लेकिन अब खबर आ रही है कि ऑपरेशन हो चुका है..चूहों पर आंशिक सफल प्रयोग.चीनी सर्जन रेन झियोपिंग ने 2013 में किसी और शरीर पर चूहे का सिर सफलतापूर्वक प्रत्यारोपित करके तहलका मचा दिया था. तब से अब तक उनकी टीम चूहों पर एक हजार से अधिक सफल सिर प्रत्यारोपण कर चुकी है. एक रिपोर्ट के मुताबिक इन दोनों वैज्ञानिकों ने चूहों को लंबी उम्र देने के लिए अब तक विभिन्न विधियों से ऑपरेशन किए हैं. हालांकि सफल ऑपरेशन में भी यह चूहे अधिकतम एक दिन तक ही जिंदा रहे थे. मालूम हो कि दुनिया में सिर का पहला प्रत्यारोपण 1970 में हुआ था. तब अमेरिका के न्यूरो सर्जन राबर्ट व्हाइट ने एक बंदर के सिर पर दूसरे बंदर का सिर प्रत्यारोपित किया था. लेकिन प्रत्यारोपण के कुछ ही दिनों के बाद बंदर की मौत हो गई थी..