धर्म डेस्क। काले जादू का नाम आते ही इंसान के मन में एक भय व्याप्त हो जाता है। कोई नहीं जानता काले जादू की रहस्यमयी दुनिया कैसी है और क्या वाकई में काला जादू प्रभावशाली होता है या नहीं। ऐसे कई सवाल है जिनका जवाब हम हमेशा खोजते रहते हैं, आइए आपको बताते हैं काले जादू की ताकत के बारे में…….
इंसान के दिमाग में काफी ज्यादा शक्ति होती है लेकिन आम इंसान इनका प्रयोग नहीं कर पाता है। काला जादू जो लोग सीखना शुरू करते हैं वह लोग अपने दिमाग के साथ खेलते हैं। कैसे खुद को बिना शरीर के एक स्थान से दूसरे स्थान पर लेकर जाना है और कैसे दूसरों के दिमाग को काबू में करना है, यह सब काला जादू सिखाता है।
असल में काला जादू पूरी तरह से तंत्र-मंत्र पर आधारित है, सालों की मेहनत के बाद हमारे पूर्वजों ने ऐसे मंत्रों को खोजा है जो सजीव हैं और जीवित हैं। एक मंत्र ही काला जादू है, जब तांत्रिक मंत्र पढ़ता है तो वह अपने दिमाग को निर्देश दे रहा होता है। उसके दिमाग से निकलने वाली एनर्जी सामने वाले के दिमाग को वश में करती है।
अब अगर सामने वाला भी उसी एनर्जी का है तो वह शक्ति उसको वश में नहीं करती है, तो अब आपको समझ आ रहा होगा कि काला जादू कैसे सिर्फ और सिर्फ एनर्जी का खेल है। अघोरी संप्रदाय के लोग अलग-अलग तरह की शक्तियों को अपने वश में रखते हैं। इसके लिए अघोरी अपनी शक्तियों को जगाते हैं और वह इतने शक्तिशाली बन जाते हैं कि वह अपने दिमाग से अजीब-अजीब काम कराते हैं और आप-हम उसे भूत समझ लेते हैं।