नेशनल शूटर आयशा ने देबर को किडनैपर से छुड़ाया, चलाई गोली।

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दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ाई कर रहे 21 बर्षीय आसिफ दिन में पढ़ाई करता है और रात को कैब चलाने का काम करता है रोज़ाना की तरह 25 मई को भी वो कैब लेकर निकला था लेकिन उसने सोचा भी नहीं होगा कि ये रात उसकी जान के लिए खतरनाक बनने वाली है आसिफ दिल्ली में मिंटो रोड रहता है सूत्रों के मुताबिक आसिफ दरियागंज इलाके से बुकिंग लेने जा रहा था रफी और आकाश नाम के दो लोगों ने उसकी कैब बुक कराई थी दोनों ने आसिफ को तय रूट के बजाए, दूसरे रूट से चलने को कहा।

आसिफ ने उनके मुताबिक चलने से मना कर दिया. जब उसे धमकाया गया तो मजबूरन आसिफ को उनकी बात माननी पड़ी. दोनों आरोपी आसिफ को भोपुरा बॉर्डर के पास ले गए. यहां उन दोनों किडनैपर ने उससे लूटपाट करनी शुरू कर दी. कथित लुटेरों को आसिफ के पास महज़ 150 रुपये से ज्यादा नहीं मिले. वो उसे मारने लगे. पैसे न मिलने से गुस्साए किडनैपरों ने आसिफ के घर वालों से 25 हजार रुपये की फिरौती मांगी।IMG 20170528 164558
किडनैपर ने आसिफ के भाई को फोन लगाया. आसिफ के भाई फलक शेर आलम से बात हुई. उन्होंने फिरौती की रकम शास्त्री पार्क के इलाके में लाने को कहा. इस बात की जानकारी पुलिस को भी दे दी गई. पुलिस ने किडनैपरों को घेरने की तैयारी कर दी. फलक शेर आलम पैसा लेकर किडनैपर के पास चल दिए. उनके साथ उनकी बीवी आयशा ने भी चलने को कहा. आयशा नेशनल लेवल शूटर रह चुकी हैं और अब वह एक कोच हैं. दोनों मियां बीवी रकम लेकर किडनैपरों के पास पहुंचे. सादे कपड़ों में पुलिस भी उस इलाके को घेरकर तैनात हो गई किडनैपर भी शातिर निकले. उन्होंने पुलिस की मौजूदगी को भांप लिया. और वहां से भाग निकले. पुलिस खड़ी रह गई. फलक और आयशा ने उनकी गाड़ी का पीछा करना शुरू कर दिया. आखिरकार ये भाग-दौड़ भजनपुरा के पास जाकर खत्म हुई, क्योंकि अब किडनैपर के सामने आयशा आ खड़ी हुई थी आसिफ और फलक दोनों हक्का बक्का रह गए. उन्हें यकीन ही नहीं हुआ कि आयशा ने सचमुच में गोली चला दी है. गोली चलने के फ़ौरन बाद ही पुलिस भी वहां पहुंच गई. पुलिस का कहना है कि आयशा की पिस्तौल को सीज कर दिया गया है. जांच की जा रही है. अगर आयशा ने सेल्फ डिफेंस में गोली चलाई है तो उसे कानून के तहत ही सुरक्षा दी जाएगी