भूलने की बीमारी हार्टअटैक और कैंसर से भी ज्यादा तेजी से फैल रही है

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अक्सर लोगों के साथ ऐसा होता है कि वह सीढ़ियां चढ़कर ऊपर जाते हैं और भूल जाते हैं कि किस वजह से गए थे। ऐसे में खुद पर गुस्सा आता है और तनाव भी होता है। क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों होता है। भूलने की आदत अब लोगों में आम हो गई है लेकिन जब यह आदत हद से ज्यादा होने लगती है, तो एक गंभीर बीमारी का रूप धारण कर लेती है।

सेफ्टी ऐंड सिक्यॉरिटी फॉर जेनरेशन्स (SAGA) द्वारा किए गए एक सर्वे में पता चला कि भूलने की यह बीमारी हार्टअटैक और कैंसर से भी ज्यादा तेजी से फैल रही है। 2010 से 2013 के बीच ऐसे लोगों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। यूएस की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के प्रफेसर बेरी गॉर्डन का कहना है कि यह बीमारी बड़ी तेजी से लोगों में फैल रही है। इसकी एक वजह वर्कप्लेस पर काम का प्रेशर और जल्दी सफलता पाने का जुनून भी हो सकता है।

कैसे लोग हैं ज्यादा पीड़ित
मध्यम उम्र के व्यक्ति इस समस्या से ज्यादा ग्रस्त नजर आते हैं। जिन लोगों पर जरूरत से ज्यादा वर्कलोड है और जो खुद के लिए जरा सा भी वक्त नहीं निकालते उनमें यह बीमारी ज्यादा पाई जाती है।

क्या करें
जब दूसरे लोग आपसे जरूरत से ज्यादा उम्मीद करने लगते हैं तो आप खुद को भूलने लगते हैं। डॉक्टर बेरी का कहना है कि शुरुआती दौर में इस स्थिति से छुटकारा पाने के लिए जरूरी है कि आप जरूरत से ज्यादा उम्मीद न पालें। जब हम कुछ भूल जाते हैं तो खुद को इसके लिए दोषी ठहराने लगते हैं। लेकिन जब हम कुछ याद रखते हैं तो उसके लिए खुद को क्रेडिट नहीं देते।

जरूरत से ज्यादा सूचनाओं को जानने की कोशिश में जरूरी नहीं कि आपको हर चीज पता हो इसलिए खुद को जागरूक रखें पर उसके लिए अपने दिमाग पर ज्यादा बोझ न डालें। कोई भी इंसान पूरी तरह से परफेक्ट नहीं हो सकता। अगर कुछ भूलने लगें तो परेशान होने की बजाए अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव करें।

Credit: Navbharattimes