बरेली▶मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बरेली दौरे से पहले फरीदपुर के सीएस इंटर कॉलेज में बरामद हुए देशी बम मंगलवार को थाने में उस वक्त फट गए, जब जिला मुख्यालय से भेजा गया बम निरोधक दस्ता उन्हें निष्क्रिय करने की कोशिश कर रहा था। विस्फोट में बम निरोधक दस्ते के दो सदस्य घायल हो गए। इस घटना में लापरवाही को लेकर आईजी रेंज बरेली एसके भगत ने दोनों घायल सिपाहियों काे सस्पेंड कर दिया है। अफसरों का कहना है कि आगे उनकी बर्खास्तगी भी तय है।
मुख्यमंत्री योगी 21 मई को मंडलीय समीक्षा करने बरेली आए थे।उससे दो दिन पहले 19 मई को फरीदपुर के सीएस इंटर कालेज के स्टाफ रूम में पॉलिथीन के अंदर छह देशी बम बरामद होने से सनसनी फैल गई थी। फरीदपुर थाने के दरोगा और सिपाहियों ने सभी बम पानी में डाल दिए थे।खतरनाक बमों की बरामदगी के मामले को उस समय पुलिस अधिकारियों ने गंभीरता से नहीं लिया। कुछ घंटे पानी में डाले रखने के बाद बम निकालकर फरीदपुर थाने में रख दिए गए थे।भारी गर्मी से बम फिर सूख गए थे। बम बरामदगी के चार दिन पुलिस के सीनियर अधिकारियों की उनकी याद आई। दोपहर में जिला मुख्यालय से दरोगा चंद्रशेखर और सिपाही कुंवर पाल फरीदपुर थाने भेजे गए थे। बम निरोध दस्ते के दोनों सदस्य फरीदपुर थाने के कार्यालय में ब्लेड से बमों की सुतली काटकर उन्हें डिफ्यूज करने में लगे थे। इसी दौरान एक बम धमाके के साथ फट गया। इससे चंद्रशेखर, कुंवरपाल के हाथ, चेहरा और पैर झुलस गए। धमाके से फरीदपुर थाने में हड़कंप मच गया। बम निरोधक दस्ते के दोनों पुलिस कर्मियों को शहर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एसएसपी ने घायल पुलिसकर्मियों से अस्पताल जाकर पूछताछ की। इसके बाद आईजी ने दोनों को सस्पेंड कर दिया है।आईजी रेंज एसके भगत ने हिन्दुस्तान को बताया कि बम निरोधक दस्ते से ऐसी लापरवाही होना गंभीर मामला है। एसएसपी जांच के निर्देश दिए गए हैं। दोनों पुलिस कर्मियों को सस्पेंड किया गया है।